Home राजनितिक Ashok Gehlot Interview: बीजेपी को राजस्थान में किस तरह से रोकेंगे, सीएम...

Ashok Gehlot Interview: बीजेपी को राजस्थान में किस तरह से रोकेंगे, सीएम गहलोत ने खुद किया खुलासा

जयपुर : राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections 2023) का रण तैयार हो रहा है। इसी साल चुनाव होने हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार है। चुनाव की तैयारियों और चुनौतियों को लेकर हमने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot Interview) से बात की। उन्होंने खास बातचीत में पार्टी का प्लान बताया। उन्होंने बताया कि बीजेपी को राजस्थान में किस तरह से रोकेंगे। कांग्रेस कब से टिकट बांटना शुरू करेगी। वहीं सीएम गहलोत के पैर में लगी चोट अब कैसी है। उन्होंने हर सवाल का जवाब दिया।

बीजेपी को राजस्थान में किस तरह से रोकेंगे?
पिछले 5 साल में राजस्थान सरकार की इतनी योजनाएं आई हैं चाहे जिस आय वर्ग का परिवार हो कहीं न कहीं से लाभ जरूर लिया है। हम जनता को बताएंगे कि अगर बीजेपी आई तो योजनाएं बंद हो जाएंगी। ऐसा पिछली बार हुआ भी था। हमारी योजनाएं बंद कर दी गई थीं, इसमें कई युवा जिनको नौकरी कांग्रेस ने दी थी वह भी चली गई थी।

चुनाव की तैयारियां तो बीजेपी ने भी शुरू कर दी हैं। बीजेपी को किस तरह देख रहे हैं?
हां, पता चला है कि उनकी कोई यात्रा शुरू होने जा रही है। यह भी मालूम है कि बीजेपी चुनाव में धर्म को लेकर आएगी। मगर, कांग्रेस सरकार की योजनाएं हर एक गांव और घर-घर तक पहुंच चुकी हैं। रही बात धर्म की तो हम उनसे बड़े धार्मिक हैं। गाय और गौशालाओं, तीर्थयात्रा के लिए जो काम राजस्थान में हुए कहीं नहीं हुए हैं।

आप गाय की बात कर रहे हैं। पिछले दिनों लंपी वायरस से गायों की मौतें हुईं। राजस्थान सरकार ने क्या किया?
राजस्थान सरकार ने जो किया वह किसी सरकार ने नहीं किया। प्रति गाय जो मरी उसके बदले 40 हजार रुपये का मुआवजा उसे पालने वाले के खाते में सीधे ट्रांसफर किया गया। इलाज की व्यवस्था मिशन मोड में करवाई गई। आगे के लिए बीमा योजना भी शुरू करवाई। 3 हजार करोड़ रुपये हम गौशालाओं के लिए दे रहे हैं।

कांग्रेस टिकट कब से बांटने की शुरुआत करेगी, मानक क्या रहने वाले हैं। आपका 90 साल के ‘युवा’ का बयान चर्चा में है?
देखिए, हमारी तैयारी सितंबर से एक बयान भी तय करने के लिए है। 90 साल का युवा नहीं, दूसरे प्रदेश में जीतने वाले एक प्रत्याशी को नौजवान बताया था। आशय यह है कि उम्र की जगह पर प्रत्याशी जिताऊ हो ये तरजीह दी जाए।

आप अपनों से और बाकी राजनीतिक दलों से क्या चुनौतियां मान रहे हैं?
चुनौतियां तो हमारे सामने पूरे 5 साल रही हैं। इसमें कोविड भी शामिल था। मगर, काम और प्रबंधन से राजस्थान ने हर चुनौती का सामना मजबूती से कर मिशाल पेश की है। चुनाव में क्या रहेगा ये परिणाम तय करेंगे