नई दिल्ली /पश्चिमी बंगाल ; जहाँ पूरा देश हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता है , बहीं पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में यह तीन दिन बाद मनाया जाता है। इसके पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प और इतिहासिक है। दरअसल 15 अगस्त 1947 को पश्चिम बंगाल के नदिया और मालदा जिले आधिकारिक रूप से स्वतंत्र भारत का हिस्सा नहीं बने थे। 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्रता मिलने के तीन दिन बाद इन्हें 18 अगस्त 1947 को पूर्णरूप से आजाद भारत में शामिल किया गया। तब से आज तक यहाँ के लोग 15 अगस्त को नहीं बल्कि 18 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। मजे की बात तो यह है कि भारत सरकार भी इस बारे में कुछ नहीं कहती।