Home देश-विदेश रूस का MOON MISSION हुआ फेल। अंतरिक्ष यान ,,लूना 25,,चन्द्रमा...

रूस का MOON MISSION हुआ फेल। अंतरिक्ष यान ,,लूना 25,,चन्द्रमा की धरती पर लैंड करने से पहले ही हुआ क्रैश।

नई दिल्ली / मास्को ; आज पूरी दुनियां के लिए दो बड़ी खबरें आई हैं। एक दुःख भरी खबर है और दूसरी ख़ुशी की खबर आई है। आपको बता दें कि रूस ने अपने अंतरिक्ष यान ,,लूना 25 ,, को चन्द्रमा की धरती पर उतारने की कोशिश की,, लेकिन उसका अंतरिक्ष यान चाँद पर उतरने से पहले ही क्रैश हो गया। रूस के बिज्ञानिकों ने अंतरिक्ष यान ,लूना 25, की सॉफ्ट लैंडिंग करवाने के लिए यान की स्पीड कम करने की कोशिश की लेकिन उनसे एक बड़ी गलती हो गई। उन्होंने यान की स्पीड जरूरत से ज्यादा कम कर दी ,,जिसकी वजह से चन्द्रमा की ग्रेविटी फ़ोर्स ने बड़ी तेजी से यान को अपनी ओर खींच लिया, और देखते ही देखते रूस का महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष यान ,,लूना 25,, कुछ ही सैंकडों में चाँद की शतह से टकरा कर क्रैश हो गया। इसकी पुष्टि रूस की अंतरिक्ष एजेंसी roskosmos ने भी कर दी है। असलियत में रूस , भारत के अंतरिक्ष यान ,,चंद्रयान 3 ,, से पहले ही अपने अंतरिक्ष यान लूना 25 को चाँद की धरती के साऊथ पोल पर उतार कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाना चाहता था। और ऐसा करने वाला रूस दुनियां का पहला देश बन जाता। और इस बात की बड़ी आशंका जताई जा रही थी कि रूस चाँद के साऊथ पोल पर उतर कर चन्द्रमा के इस पूरे भाग पर अपना दावा पेश कर देता कि मैं यहाँ सबसे पहले पहुंचा हूँ इसलिए चाँद का ये पूरा भाग मेरा है। चाँद की साऊथ पोल का ये चन्द्रभाग,, चन्द्रमा पर मौजूद पूरी ज़मीन का एक तिहाई भाग है। यूँ समझ लीजिये की अगर चन्द्रमा पर 10 लाख किलोमीटर ज़मीन है तो अकेले रूस के पास चन्द्रमा की लगभग 4 लाख किलोमीटर ज़मीन हो जाती। यहाँ आपको एक और बड़ी दिलचस्प जानकारी दे दें ,, इस समय धरती पर भी जितनी ज़मीन मौजूद है ,, उसमें भी पूरी धरती का 35 प्रतिशत भूभाग सिर्फ अकेले रूस के ही पास है। और शायद इसी महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए रूस चाँद के साऊथ पोल पर सबसे पहले पहुंच कर यहाँ के सारे चंद्रभाग पर अपना दावा कर देता। याद रहे जब रूस ने अपना यह मिशन लूना 25 चाँद पर भेजा था तो भारत समेत पूरी दुनियां ने रूस को शक की नजर से देखा था और ये आशङ्का जताई थी कि जब भारत पहले से ही इस मिशन पर है तो रूस को चाँद पर जाने की इतनी जल्दी क्यों है। जबकि भारत तो रूस का एक बहुत ही गहरा और पुराना मित्र है। लेकिन रूस ने उस बक्त कहा था कि चाँद किसी के बाप का नहीं है। हमारी मर्जी। प्यारे देशवाशियो यहाँ हम आपको बता दें ,,जब-जब भी जर ,जोरू और ज़मीन की बात आती है तो दुनियां में ना कोई किसी का मित्र रहता है, और ना ही कोई सगा। खैर रूस के साथ जो हुआ उसके लिए हमारी समम्बेदनांयें उसके साथ हैं। जहाँ रूस का अति महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट फेल हो गया वहीँ दूसरी और भारत का अंतरिक्ष यान ,,चंद्रयान 3,, अभी भी चाँद के ऊपर है ,, और चन्द्रमा की धरती के बेहद करीब पहुँच गया है,और चाँद पर उतरने की तैयारी कर रहा है।अमेरिका समेत दुनियां के बड़े-बड़े महान अंतरिक्ष बिज्ञानिकों की नज़र अब भारत के अंतरिक्ष यान ,,चंद्रयान 3,, पर टिकी हैं। वहीँ कुछ अंतरिक्ष बिज्ञानिक ये कह रहे हैं कि ,,जो दुनियां का कोई भी देश नहीं कर पाया वो अब भारत करेगा। जय हिन्द जय भारत।